लाईव्ह अपडेट : शुभवार्ता >> बीकेवार्ता पाठक संख्या एक करोड के नजदिक - दिनदूगीनी रात चौगुनी बढरही पाठकसंख्या बीकेवार्ता की ---- पाठको को लगातार नई जानकारी देनें मेे अग्रेसर रही बीकेवार्ता , इसी नवीनता के लिए पाठको का आध्यात्तिक प्यार बढा ---- सभी का दिलसे धन्यवाद --- देखीयें हमारी नई सेवायें >>> ब्रहमाकुमारीज द्वारा आंतरराष्टीय सेवायें | ब्रहमाकुमारीज वर्गीकत सेवायें |आगामी कार्यक्रम | विश्व और भारत महत्वपूर्ण दिवस | विचारपुष्प |
विश्वभरमेंप्रथमअंतरराष्ट्रीयबालिकादिवसमनायागया
11 अक्टूबर: अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस
विश्वभर में प्रथमअंतरराष्ट्रीयबालिकादिवस 11 अक्टूबर 2012 को मनाया गया. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 19 दिसंबर 2011 को इस बारे में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें बालिकाओं के अधिकारों एवं विश्व की उन अद्वितीय चुनौतियों का जिनका कि वे मुकाबला करती है, को मान्यता देने के लिए 11 अक्टूबर 2012 को अंतरराष्ट्रीयबालिकादिवस मनाये जाने का निर्णय लिया गया था. प्रथमअंतरराष्ट्रीयबालिकादिवस का विषय बालविवाहकीसमाप्ति है.
इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें लड़कियों के संरक्षण के लिए समाज में किए जा रहे उपायों के बारे में चर्चा की गई. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष शान्ता सिन्हा ने बालिकाओं के सशक्तिकरण में बाल विवाह एक बड़ी समस्या बताया.
दुनिया भर में बीस से चौबीस वर्ष तक की तीन में से एक युवती का विवाह 18 वर्ष से पहले हो जाता है. पिछले तीस वर्षो (1982-2012 ) में बालिका वधुओं की संख्या में गिरावट के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों और विशेष रूप से गरीब तबके में यह चुनौती अब भी बरकरार है. अगर यह रूझान जारी रहा, तो 18 वर्ष से कम उम्र में विवाह होने वाली लड़कियों की संख्या अगले दशक (2010-2020) में बढ़कर 15 करोड़ तक हो जाएगी. लड़कियों की सुरक्षा के लिए उन्हें शिक्षित करना एक बेहतरीन उपाय है. इस अवसर पर दुनिया भर में आयोजित कई कार्यक्रमों में लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए समाज में किए जा रहे उपायों को उजागर किया गया .